कितनी भोली कितनी प्यारी लगती जग में सबसे न्यारी। कितनी भोली कितनी प्यारी लगती जग में सबसे न्यारी।
मुखौटा मुखौटा
माँ ! ओ मेरी प्यारी माँ क्या तुम जानती हो मेरे लिए तुम क्या हो शायद नहीं जानती हो ! माँ ! ओ मेरी प्यारी माँ क्या तुम जानती हो मेरे लिए तुम क्या हो शायद नही...
मन के भावों को चुनकर शब्दों की माला मैं पिरोकर मैं कागज पर कलम की मदद से लिखती हूँ स मन के भावों को चुनकर शब्दों की माला मैं पिरोकर मैं कागज पर कलम की मदद से ...
रात-रात भर जागकर, जिसने रखा मेरा ध्यान, वो है मेरी प्यारी मम्माजान।। रात-रात भर जागकर, जिसने रखा मेरा ध्यान, वो है मेरी प्यारी मम्माजान।।
जैसे ही मैं घर में जाऊं, मेरी आंखें मां को ढूंढे। जैसे ही उसके पास में जाऊं , वो मेर जैसे ही मैं घर में जाऊं, मेरी आंखें मां को ढूंढे। जैसे ही उसके पास में जाऊ...